सूर्यनगरी ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान, वेलकम कल्चर डेवलपमेंट सोसायटी की ओर से रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। सम्मेलन में उदयपुर के पं.निरंजन भट्ट, केके शर्मा, पं.रमेश भोजराज द्विवेदी, पं. घनश्याम द्विवेदी ने वर्ष 2020 में वैश्विक मंदी के संकेत दिए। वहीं कहा कि तेल का विवाद बड़ा कारण बन सकती है। अप्रैल के पश्चात जब मंगल-गुरु-शनि का गोचर संबंध बनेगा तब बड़ा उथल पुथल हो सकता है।
संस्था के अध्यक्ष और सम्मेलन के आयोजक डॉ. भैरूप्रकाश दाधीच ने बताया कि सम्मेलन का उद्घाटन जस्टिस मनोज कुमार गर्ग, पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच और चंदन प्रभानंद गिरि ने दीप प्रज्वलित कर किया। सम्मान सत्र में स्वामी अचलानंद गिरि, पूर्व जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास, राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया ने ज्योतिषविदों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। पंडित खींवराज शर्मा और डॉ. सपना अरुण सारस्वत ने बताया कि समारोह में ज्योतिषविदों ने वर्ष 2020 नव संवत-संक्रांति भविष्यफल पर विचार प्रकट किए। सम्मेलन में उदयपुर के पं. निरंजन भट्ट, आलोक आचार्य, पुणे से सुहास डोंगरे, भोपाल से बलराम दुबे, अजमेर से केके शर्मा, ज्योतिष सुशीला शर्मा, इंदौर से सुरेश आर.शर्मा, कोलकाता से किशन सारस्वत, सिंगापुर से आलोक वर्मा व अर्चना वर्मा, जयपुर से डॉ.राघव भट्ट, सूरत से लालाभाई, देहरादून से सुनील माथुर, कोटा से आदित्य शास्त्री, जोधपुर से पंडित घनश्याम द्विवेदी, डॉ. शंकरसिंह राजपुरोहित, रेकी नवीन रामावत, पंडित एसके जोशी, रतन शर्मा, मुकेश दाधीच, पंडित चेतनप्रकाश दाधीच, मनोज मिश्रा, सूरज अरुण सारस्वत सहित 200 ज्योतिर्विदों ने भाग लिया
ज्योतिषविदों ने दिए वैश्विक मंदी के संकेत अप्रैल के बाद मंगल, गुरु-शनि का गोचर बनने से बड़ा उथल पुथल होगा